प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना के प्रकार, ब्याज दरें व नियम पीएम मुद्रा योजना

सरकार कभी-कभी देश में लोगों के विभिन्न समूहों की सहायता के लिए कार्यक्रम बनाती है। इन कार्यक्रमों का लक्ष्य लोगों के जीवन में सुधार लाना और रोजगार के नए अवसर सृजित करना है। कोरोना महामारी के दौरान कई लोगों की नौकरी चली गई, इसलिए सरकार ने उनकी मदद के लिए ‘प्रधानमंत्री मुद्रा योजना’ (पीएम मुद्रा योजना) बनाई। यह कार्यक्रम लोगों को ऋण देता है।
इस योजना के तहत आप बिना किसी गारंटी के 10 लाख रुपये तक का बिजनेस लोन ले सकते हैं। यह योजना विशेष रूप से युवाओं के लिए बनाई गई है। हाल ही में सोशल मीडिया पर इस स्कीम को लेकर दावे किए जा रहे हैं। आइए जानें पीएम मुद्रा लोन को लेकर वायरल खबर क्या है और इसके पीछे की सच्चाई क्या है।
क्या है वायरल दावा?
सोशल मीडिया पर एक पत्र चल रहा है जिसमें कहा गया है कि यदि आप प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (पीएमएमवाई) के तहत ऋण प्राप्त करना चाहते हैं, तो आपको रुपये का शुल्क देना होगा। 2000. ऐसा इसलिए है क्योंकि सरकार यह सुनिश्चित करना चाहती है कि इस योजना के तहत ऋण लेने वाले लोग उन्हें चुकाने में सक्षम हों।
अगर आपने यह दावा देखा है कि सरकार पीएम मुद्रा योजना के तहत लोन लेने के लिए शुल्क लेती है, तो हम आपको बता सकते हैं कि यह सच नहीं है। पत्र सूचना कार्यालय ने इस दावे की जाँच की और पाया कि यह झूठा है।
फर्जी दावा हो रहा वायरल
पीआईबी फैक्ट चेक ने पाया है कि यह दावा पूरी तरह झूठा है। इसमें जरा भी सच्चाई नहीं है। याद रखें कि सरकार पीएम मुद्रा ऋण देने के लिए ऋण सुरक्षा बीमा शुल्क नामक कोई शुल्क नहीं लेती है। यदि आप इस दावे के साथ चल रहे क्यूआर कोड पर पैसे भेजते हैं, तो आपके साथ धोखाधड़ी की जाएगी। इसलिए इस तरह के फ्रॉड से बेहद सावधान रहें और लोन लेने के लिए अपनी निजी या बैंकिंग जानकारी किसी के साथ साझा न करें।
पीएम मुद्रा लोन योजना के बारे में जानें
सरकार के पास पीएम मुद्रा योजना नामक एक कार्यक्रम है जहां यह उन लोगों को ऋण देती है जो अपना खुद का व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं। ऋण 50,000 रुपये से 10 लाख रुपये तक है। ऋण तीन प्रकार के होते हैं: शिशु, किशोर और तरुण। शिशु ऋण 50,000 रुपये तक, किशोर ऋण 50,000 रुपये से 5 लाख रुपये तक और तरुण ऋण 5 लाख रुपये से 10 लाख रुपये तक है।